ॐ नमः शिवाय
इंसान का अच्छा या बुरा होना उसके कर्मों द्वारा,व्यवहार द्वारा निर्धारित किया जाता है। गलती/अपराध या भूल इस धरा पर उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति से होती है किंतु इसका तात्पर्य यह कतई नहीं है कि उस सामयिक घटना का दंड उसे समस्त जीवन में भुगतना पड़े,और वह कष्ट सहता रहे। उज्ज्वल छवि के किसी व्यक्ति से त्रुटि हो जाने पर वह व्यक्ति बुरा तो नहीं बन जाता।नदी में बाढ़ आने से नदी का पानी सदा के लिये तो बन्द नहीं किया जाता। उसी प्रकार मनुष्य से गलती होना उसे गलत या बुरा साबित नहीं कर सकता अपितु इससे उसका इंसान होना अवश्य सिद्ध होता है।क्षमाशील रहें। प्रसन्न रहें!!
ईश्वर सदैव हमारे संग है!!
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